Baby massage : भारत में शिशु की मालिश करने का चलन सदियों पुराना है। कहा जाता है कि मालिश करने से बच्चे की हड्डियों को मजबूती मिलती है और मांसपेशियों में भी ताकत आती है। हालांकि, कुछ हिस्सों में यह भी माना जाता है कि शिशु की मालिश करने से उसका रंग भी साफ होता है और त्वचा की रंगत में निखार आता है।
Baby massage
अगर आपको भी लगता है कि शिशु की रोज मालिश करने से उसका रंग गोरा हो जाएगा, तो आप यहां डॉक्टर से जान सकती हैं कि इस बात में कितनी सच्चाई है। इसे जानने के बाद आपके लिए यह स्पष्ट हो जाएगा कि आपको अपने बेबी की मालिश करने से क्या फायदा होगा।
पीडियाट्रिशियन की राय
नोएडा के अर्ली इंटरवेंशन सेंटर की पीडियाट्रिशियन डॉक्टर स्वाति सेठ कहती हैं कि मालिश करने से बेबी की स्किन के कलर में कोई बदलाव नहीं आता है। बच्चे का रंग गोरा होगा या गेहुंआ या गहरा, यह पूरी तरह से उसके जींस पर निर्भर करता है।
कोई क्रीम नहीं करती काम
उनका कहना है कि कोई भी मसाज ऑयल या क्रीम बेबी की स्किन को गोरा नहीं बना सकती हैं। अगर आप बेबी की मालिश इसलिए कर रही हैं कि उसकी रंगत में निखार आए, तो आप ऐसा करना बंद कर दें।
न्यूबॉर्न बेबी स्किन
न्यूबॉर्न बेबी की स्किन के रंग और टेक्सचर में जन्म के बाद कई बदलाव आते हैं और नैचुरल स्किन टोन में आने में उसे थोड़ा समय लग सकता है। इसलिए आप जन्म के बाद तुरंत बच्चे के रंग को तय नहीं कर सकते हैं क्योंकि आने वाले कुछ महीनों में यह बदलता है।
बेबी मसाज के फायदा
ऐसा नहीं है कि शिशु की मालिश करने से कोई और फायदा नहीं होता है। इससे नवजात शिशु को शारीरिक, मानसिक और विकासात्मक लाभ मिलते हैं। एशियन नर्सिंग रिसर्च जरनल के अनुसार बेबी मसाज से शिशु का साइकोसोशल विकास प्रभावित होता है और मां और बच्चे के बीच जुड़ाव पैदा होता है। Baby Name List
और भी फायदे हैं
मिशगन स्टेट यूनिवर्सिटी के अनुसार नवजात शिशु की मालिश करने से वजन बढ़ने और संपूर्ण विकास में मदद मिलती है और बच्चा अच्छी और गहरी नींद ले पाता है। कोलिक बेबी को शांत करने के लिए भी आप मालिश की मदद ले सकते हैं।
स्ट्रेस करती है कम
मालिश से बच्चे का तनाव कम होता है और शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन रिलीज होता है जिससे बच्चे को अच्छा महसूस होने लगता है। यह मां या मालिश करने वाले और बच्चे दोनों में ही स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को कम करता है। मालिश करने से बच्चे के मोटर स्किल्स की भी डेवलपमेंट होती है।
मालिश करने वाले को फायदा
जो बच्चे की मालिश करता है, वो उससे भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस करता है। इसे शिशु और किसी भी व्यक्ति के बीच कनेक्शन और बॉन्ड बनाने के तरीके के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।